स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है?|Swing Trading in Hindi

आप सभी को इंट्राडे ट्रेडिंग में बहुत मज़ा आता होगा, लेकिन आप अधिकतर हानियां भी उसमें ही उठाते होंगे। माफ़ी चाहता हूँ, मैं मज़ाक कर रहा था!! क्या आपको पता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग के अलावा भी बाजार में एक और ट्रेडिंग प्रकार है जिसमें आप अच्छा लाभ कमा सकते हैं, और वह भी इंट्राडे ट्रेडिंग से कम जोखिम के साथ। हाँ, ऐसी एक ट्रेडिंग तकनीक है जिसे ‘स्विंग ट्रेडिंग’ कहते हैं।

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What is Swing Trading in Hindi?

Swing Trading एक विशेष प्रकार की ट्रेडिंग है जो निवेशकों को छोटे समय अवधि के लिए एक स्टॉक को खरीदने या बेचने का अवसर प्रदान करती है। इसमें निवेशक संदिग्धता के दौरान किया गया निवेश नहीं करते हैं, बल्कि वे विभिन्न साइकलों और मूवमेंट्स के दौरान बाजार में आये जाने वाले छोटे-मध्यम आयाम की तरंगों का उपयोग करते हैं।

Swing Trading एक ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी है जिसमें निवेशक Stocks को खरीदकर उनको कुछ दिनों या हफ्तों तक या फिर खरीदकर उन्हें बेचकर लाभ कमाते हैं। यह तकनीक उन बाजारी लोगों के लिए उपयुक्त है जो लंबे समय तक नहीं खरीदे रख सकते लेकिन निवेश में इंट्रेस्टेड हैं।

इस ट्रेडिंग शैली में, निवेशक बाजार के स्विंग या छलांग को पकड़ते हैं और उसे उनके लाभ के क्षेत्र में खरीद या बेचते हैं। यह ध्यान देने योग्य है कि स्विंग ट्रेडिंग अधिकतम कुछ हफ्तों या महीनों तक चलता है, जिसमें निवेशक चूक भी अपना पूंजी नुकसान नहीं करते हैं।

Examples of Swing Trading in Hindi

Example 1– तो मान लीजिए आपने एक निवेशी कंपनी को खरीदा जो अभी हाल ही में अच्छे Fundamentals के साथ समाचारों में भी चर्चा में आई है। आपने उसे खरीदा और चाहे एक हफ्ते या चार महीने बाद, जब उसकी कीमत में उच्चतम स्तर पर पहुंच जाए, तो आपने उसे बेच दिया और लाभ कमाया। इस तरह का ट्रेडिंग लंबे समय तक नहीं चलता, लेकिन इससे अच्छा लाभ कमाया जा सकता है और इसमें ज्यादा जोखिम भी नहीं होता।

Example of Swing Trading in Hindi

Example 2- आपने एक Technicals को पहचाना जिसमें एक स्टॉक की कीमत की चाल में एक स्विंग दिखाई दे रहा है। आपने उस स्विंग को पकड़ा, और जब वह कीमत आपके लाभ के क्षेत्र में पहुंच गई, तो आपने खरीदी की जानकारी दी और उसे बेच दिया। इस तरह के स्विंग ट्रेडिंग में, निवेशकों को शारीरिक और मानसिक अधिकतम स्थिरता की आवश्यकता होती है क्योंकि यह लंबे समय तक नहीं चलता, लेकिन फिर भी अच्छे लाभ की संभावना होती है।

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जब आप स्विंग ट्रेडिंग करते हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए।

तकनीकी विश्लेषण (Techincal Analysis): ट्रेडिंग के लिए तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह आपको बाजार के चार्ट्स और इंडिकेटर्स के माध्यम से मूल्यों के पैटर्न और मूवमेंट को समझने में मदद करता है। इसके माध्यम से आप प्रतिभासहीत लेने और बेचने के समय की ज्यादा सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

मूल्य क्रिया (Price Action): मूल्य क्रिया एक और महत्वपूर्ण ट्रेडिंग टूल है जो मूल्यों के चाल में भविष्यवाणी करने में मदद करता है। इसमें वहां कीमत के गतिविधि के पैटर्न और अन्य संकेत होते हैं जिन्हें निवेशकों को ध्यान में रखना चाहिए। मूल्य क्रिया अधिकतर छोटे-मध्यम अवधि के ट्रेडर्स के लिए उपयुक्त होती है।

दैनिक समाचार अपडेट (Daily News Updates): बाजार में अपडेट रहना बहुत महत्वपूर्ण है। दैनिक समाचार अपडेट के माध्यम से निवेशक बाजार के मूवमेंट के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और निवेश के निर्णय को बनाने में मदद मिल सकती है। समाचार अपडेट के माध्यम से आप बाजार की सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक ताकतों को समझ सकते हैं जो बाजार की दिशा में प्रभाव डाल सकती हैं।

Also Read: इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है 

Strategies for Swing Trading in Hindi

मूविंग एवरेज क्रॉसओवर स्ट्रैटेजी (Moving Average Crossover Strategy): इस रणनीति में, हम दो अलग-अलग अवधियों की मूविंग एवरेज का उपयोग करते हैं, जैसे छोटी अवधि की मूविंग एवरेज (जैसे 20 दिन की) और लंबी अवधि की मूविंग एवरेज (जैसे 50 दिन की)। जब छोटी अवधि की मूविंग एवरेज लंबी अवधि की मूविंग एवरेज को पार करती है, तो यह एक बुलिश संकेत होता है, जिससे शेयर के दामों में ऊपरी उतार-चढ़ाव का संकेत होता है। उलटे, जब छोटी अवधि की मूविंग एवरेज लंबी अवधि की मूविंग एवरेज के नीचे जाती है, तो यह एक बियरिश संकेत होता है, जिससे शेयर की कीमत में नीचले उतार-चढ़ाव का संकेत होता है।

ब्रेकआउट स्ट्रैटेजी (Breakout Strategy): इस रणनीति में, हम शेयर के दामों के चार्ट पर महत्वपूर्ण समर्थन और प्रतिरोध स्तरों की पहचान करते हैं। जब कीमत किसी समर्थन स्तर के ऊपर बढ़ती है, तो यह एक बुलिश संकेत होता है, और लंबा पोजिशन लेने का संकेत होता है। उलटे, जब कीमत किसी समर्थन स्तर के नीचे गिरती है, तो यह एक बियरिश संकेत होता है, और एक शॉर्ट पोजिशन लेने का संकेत होता है।

Risk Management in Swing Trading

स्विंग ट्रेडिंग में शामिल होने वाले लोगों के लिए जो भी निवेश कर रहे हैं, उन्हें ध्यान देना चाहिए कि इसमें जोखिम भी शामिल होता है। एक मुख्य जोखिम यह है कि एक ही स्टॉक में पूरी पूंजी लगा देने से वह निवेशक को अधिक नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। अगर उस स्टॉक की कीमत नीचे जाती है, तो निवेशक का पूरा पूंजी नुकसान में चला जाएगा। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि निवेशक अपनी पूंजी को विभिन्न स्टॉक्स में वितरित करें। इसे “Diversification” कहा जाता है।

Diversification का मतलब होता है कि निवेशक अपनी पूंजी को अलग-अलग प्रकार के स्टॉक्स में निवेश करता है, ताकि अगर एक स्टॉक की कीमत में गिरावट होती है, तो दूसरे स्टॉक्स उस नुकसान को कवर करने में मदद कर सकें। यह निवेशक को पूंजी को सुरक्षित रखने में मदद करता है।

उदाहरण के लिए, यदि एक निवेशक ने अपनी पूंजी का 50% एक स्टॉक में निवेश किया और 50% दूसरे स्टॉक में निवेश किया, तो अगर पहले स्टॉक की कीमत में गिरावट होती है, तो वह दूसरे स्टॉक में किया गया निवेश उस नुकसान को कवर कर सकता है। इस तरह, निवेशक अपनी पूंजी को सुरक्षित रखते हुए अधिक निवेश के माध्यम से लाभ कमा सकता है।

Also Read: How to Identify Entry & Exit Points in Stock Market 

Swing Trading vs Intraday Trading (Difference)

समय की अवधि:

  • स्विंग ट्रेडिंग: स्विंग ट्रेडिंग में, निवेशक स्टॉक्स या अन्य वित्तीय उत्पादों में निवेश करते हैं और उन्हें कुछ दिनों या हफ्तों तक या फिर उनके मूल्य में बदलाव आने तक रखते हैं।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशक एक दिन के अंतर्गत ही स्टॉक्स खरीदते और बेचते हैं, और उसी दिन के अंत में स्टॉक्स का पोजीशन बंद करते हैं।

जोखिम:

  • स्विंग ट्रेडिंग: स्विंग ट्रेडिंग में, निवेशक लंबे समय के लिए पोजीशन खोलते हैं, इसलिए इसमें कुछ मात्रा में जोखिम होता है।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग: इंट्राडे ट्रेडिंग में, पोजीशन एक ही दिन में खोले और बंद किए जाते हैं, इसलिए जोखिम अधिक होता है क्योंकि बाजार की गतिविधि एक दिन के भीतर ही अत्यधिक उतार-चढ़ाव में होती है।

लक्ष्य:

  • स्विंग ट्रेडिंग: स्विंग ट्रेडिंग का मुख्य लक्ष्य छोटे समय के लिए उत्पादों की कीमत में बदलाव का लाभ उठाना होता है।
  • इंट्राडे ट्रेडिंग: इंट्राडे ट्रेडिंग में, निवेशक एक दिन के अंतर्गत ही नुकसान कमाने के बजाय लाभ कमाने का प्रयास करते हैं।
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I’m Sagar Naik, the content creator behind a dynamic trading channel, Wealth Secret Official, which aspires to reshape the landscape of investment education on YouTube. I have 4 years experience in Stock Market.

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4 thoughts on “स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है?|Swing Trading in Hindi”

  1. HELLO DADA JAI RAM RAJPUT THIS SIDE ,

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