How to Identify Entry & Exit Points in Stock Market | Top 5 Indicators Information in Hindi

मार्किट मैं एक सक्सेसफुल ट्रेड लेने के लिए दो चीजे बहोत इम्पोर्टेन्ट होती है, पहली की आप किस प्राइस पर मार्किट मैं एंट्री करते हैं और दूसरा की आप मार्केट से या ट्रेड से कब एक्सिट करते हैं।

START LEARNING STOCK MARKET FROM SCRATCH (CLICK HERE)

बहोत सरे ट्रेडर्स entry and exit पॉइंट्स पता करने के लिए अलग अलग तरह के सॉफ्टवेयर यूज़ करते है जो की बहोत सारी स्ट्रेटेजीज के साथ आता हैं। मगर हम यहाँ पे कोनसा भी सॉफ्टवेयर उसे नहीं करेंग। हम आपको entry and exit points को टेक्निकल एनालिसिस के जरिये बताएँगे।

मार्केट मैं आप जब ट्रेडिंग करते हो तो आपको पता ही होगा की कुछ इंडीकेटर्स हमें entry and exit पॉइंट्स दिखते हैं। आज के इस आर्टिकल मैं हम आपको ऐसे कोनसे इंडीकेटर्स हैं जो आपको entry and exit पॉइंट्स अच्छे से दिखते हैं उन इंडीकेटर्स के बारे मैं आपको बताएँग। तो चलिए आगे बढ़ते है।

Open Demat Account : – Click Here

Moving Average

Moving Average ये एक बहोत ही फेमस slow-moving टेक्निकल इंडिकेटर है जिसक उपयोग ट्रेडर्स एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स identify करने के लिए करते है।

ये जो हमारा इंडिकेटर हैं, ये !० दिनी का स्टॉक्स के प्राइस का avarage कॅल्क्युलेट करता हैं। जब स्टॉक की प्राइस इस इंडिकेटर के के लाइन के ऊपर से जाती हैं तो वह हमारा एंट्री पॉइंट बनता हैं। जब स्टॉक की प्रेस इस इंडिकेटर के निचे चली जाती हैं तो ये एक एग्जिट पोईबत बनता हैं।

 Top 5 Indicators

MACD Moving average convergence divergence

एमएसीडी एक Versatile Indicator है जिसका उपयोग हम स्टॉक प्राइस के मोमेंटम और ट्रेंड डायरेक्शन को समझने के लिए किया जाता है।

हमारे इस इंडिकेटर मैं दो लाइनें होती हैं – MACD लाइन (It is the difference between the 12-day and 26-day exponential moving averages) और सिग्नल लाइन (A 9-day exponential moving average of the MACD line).

MACD

जब हमारी MACD लाइन सिग्नल लाइन से ऊपर जाती, है तो यह एक हमारा Bullish का क्रॉसओवर बनाती है। ये लाइन ट्रेडर्स को BUY करने का सिग्नल देती हैं, जहा पे हमें एंट्री करनी होती हैं MACD इंडिकेटर पॉइंट मार्क कर देता हैं। इस तरह ये MACD इंडिकेटर हमें एंट्री पॉइंट का सिग्नल देता हैं, जिसे हम मार्केट मैं ट्रेड लेके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।

इसी तरह अगर MACD लाइन सिग्नल लाइन के निचे चली जाती हैं, तो ये हमारा एक Bearish का क्रॉस ओवर बनाती हैं। ये लाइन हमें ट्रेड को सेल्ल करने का सिग्नल देती हैं। इस तरह ये MACD इंडिकेटर हमें एग्जिट पॉइंट का सिग्नल देता हैं, जिसे हम मार्केट मैं ट्रेड को बेच कर अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं। तो दोस्त ये MACD इंडिकेटर हमें Entry and एग्जिट सिग्नल देता हैं जिसका उपयोग आप अपने ट्रडिंग में करके अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हो।

Open Demat Account : – Click Here

RSI (Relative Strength Index)

RSI ( Relative Strength Index ) एक और टेक्निकल इंडिकेटर हैं जो की हमें स्पीड और प्राइस मूमेंट के चेंज को मेजर करता हैं। जो की मार्केट Overbought और Oversold को इंडीकेट करता हैं। RSI को 0 से 100 के बिच के स्केल पर मेजर किया जाता हैं।

जब RSI इंडिकेटर ३० के निचे जाता हैं तो वह ओवरसोल्ड की कंडीशन को दिखाता हैं। इसका मतलब है कि स्टॉक की प्राइस में तेजी से गिरावट आई है और इसमें reversal या स्टॉक की प्राइस ऊपर जाने की संभावना हो सकती है। दूसरी ओर, जब आरएसआई 70 से ऊपर चला जाता है, तो स्टॉक को ओवरबॉट माना जाता है। इसका मतलब हैं कि स्टॉक की कीमत तेजी से बढ़ी है और अब उसमे रेवेर्सल या गिरावट का सिग्नल देती है।

एंट्री पॉइंट को आयडेंटीफाय करने के लिए , ट्रेडर 30 से कम इंडीकेटर्स पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो उनके लिए एंट्री पॉइंट का सिग्नल होता हैं।और एग्जिट पॉइंट के लिए, ट्रेडर्स 70 के इंडिकेटर्स पर ध्यान केंद्रित करते हैं जो उनके लिए सेल्ल का सिग्नल देते हैं।

Open Demat Account : – Click Here

Stochastic oscillator

एक stochastic oscillator किसी स्टॉक के stock’s closing price उसी के price रेंज को 14 दिनों के पेरोद मैं कम्पायर करता हैं। । और संभावित अधिक खरीद और अधिक बिक्री की स्थिति में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। स्टोकेस्टिक ऑसिलेटर को 0 से 100 के स्केल पर मापा जाता है।

जब ये इंडिकेटर 80 से ऊपर चला जाता है, तो इसे ओवरबॉट कंडीशन माना जाता है। वहीं अगर यह 20 से नीचे चला जाए तो इसे ओवरसोल्ड कंडीशन मणि जाती हैं ।

एंट्री पॉइंट की पहचान करने के लिए, ट्रेडर्स ओवरसोल्ड पर ध्यान केंद्रित करते हैं जहां स्टोकेस्टिक ऑसिलेटर 20 से ऊपर हो जाता है। और एग्जिट पॉइंट के लिए जब ऑसिलेटर 80 से ऊपर हो जाता है।

Bollinger bands

ट्रेडर्स में प्राइस का ऊपर या निचे जाना बोलिंगर बैंड द्वारा निर्धारित होता है। बोलिंगर बैंड में 3 लाइनें होती हैं – एक ऊपरी स्तर के लिए है, दूसरी निचले स्तर के लिए है और तीसरी moving average के लिए है।

Open Demat Account : – Click Here

जब प्राइस Upper level के करीब जाती है, तो यह माना जाता है कि बाजार में अधिक BUYING हो सकती है। और दूसरी ओर, यदि कीमत LOwer Level के करीब है तो मार्केट में अधिक सेल्लिंग हो सकती है।

यहां, आप एंट्री पॉइंट पा सकते हैं, जब कीमत ऊपरी बैंड पर जाती है। यह Bullish एंट्री पॉइंट का सिग्नल देता हैं ।इसके विपरीत, यदि कीमत निचले बैंड से नीचे आती है तो आप एग्जिट पॉइंट की पहचान कर सकते हैं। यह एग्जिट पॉइंट का सिग्नल देता हैं।

Read Also

FAQ

What are the top 5 Indicators ?

Bollinger bands
Stochastic oscillator
RSI (Relative Strength Index)
MACD Moving average convergence divergence
Moving Average

Which indicator shows entry and exit?

MFI is a volume indicator that measures the flow of money into and out of a security over a specified period of time. It is related to the Relative Strength Index (RSI) but incorporates volume, whereas the RSI only considers price.

How do you know when to enter and exit an option trading?

Entry and exit in option trading should be based on a combination of technical analysis and fundamental analysis. Technical analysis involves looking at the past performance of a stock to determine when it may be a good time to buy or sell.

Which indicator is best for entry?

Bollinger bands
Stochastic oscillator
RSI (Relative Strength Index)
MACD Moving average convergence divergence
Moving Average

I’m Sagar Naik, the content creator behind a dynamic trading channel, Wealth Secret Official, which aspires to reshape the landscape of investment education on YouTube. I have 4 years experience in Stock Market.

Sharing Is Caring:

4 thoughts on “How to Identify Entry & Exit Points in Stock Market | Top 5 Indicators Information in Hindi”

Leave a Comment