Fibonacci Retracement Explained| IN HINDI

आपने मुझे कई बार live trades में Fibonacci retracement tool को use करते हुए देखा होगा, जो कि मैं rejection level या support level निकालने के लिए use करता हूँ जब market trending होता है। तो इस blog post में, मैंने Fibonacci retracement के बारे में काफी detail में discuss किया है कि आखिर Fibonacci retracement काम कैसे करता है और इससे हमें trading में कैसे help मिल सकती है।

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How to use Fibonacci Retracement

इसके लिए आपको सबसे पहले एक higher और एक lower point ढूंढना पड़ेगा chart पर। तो सबसे पहले आपको अपने trading view या जो भी आप trading chart use करते हैं, उसके tools के section पर जाकर Fibonacci Retracement को select करना पड़ेगा।

Tool select करने के बाद आपको अपने chart पर 2 points ढूंढने पड़ेंगे, एक high और एक low। और मान लीजिए आपको एक down trend में Fibonacci Retracement को use करना है, तो आप High point से click करके Fibonacci को Low Point तक drag करके लाएंगे।

और यदि आपको एक up trend में Fibonacci use करना है, तो Low point से drag करके आप Fibonacci को highest point तक ले जाएंगे।

यह करने के बाद आपको chart पर कई सारे numbers और colors दिखने लगेंगे। तो अब next part में, मैं उन numbers के बारे में discuss करूंगा।

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Retracement in Fibonacci Retracement

जैसे आप सबको पता ही होगा कि market swings में move करता है। market कभी भी एक ही direction में ऊपर नहीं चला जाता या एक ही direction में नीचे नहीं चला जाता। market हमेशा swings में move करता है।

Example के लिए यह कि जब भी market strong up trend में move करता है तो ऐसा बहुत rarely ही होता होगा कि market directly ऊपर चला जाता होगा। Actually में ऐसा होता है कि market ऊपर जाएगा, भी थोड़ी red candles बनाएगा, जो कि selling candles नहीं होती, यह actually में profit booking candles होती हैं और इसमें new buyers trend में enter करते हैं। तो जो यह red candles बनती हैं market के strong up trend में, उसे हम Retracement कहते हैं।

तो मान लीजिए आप market में हैं और market strong up trend में move कर रहा है, तो आपको trade में enter करना है। तो इस वक्त आपको retracement का wait करना चाहिए क्योंकि अगर आपने top पर buy कर लिया और market वहाँ से नीचे आ गया तो आपका loss हो जाएगा।

तो Fibonacci tool exactly इसी चीज के लिए आपको help करता है कि अगर market trend में है तो वह कितना retrace कर सकता है। तो इसका help लेकर आप trades में enter कर सकते हैं।

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Levels in Fibonacci Retracement

Tool को chart पर लगाने के बाद आपको ये सारे levels देखने मिलेंगे:

  • 23.6%: यह एक छोटे Resistance को दर्शाता है, और इसका उपयोग छोटे समय के correction को पहचानने के लिए किया जाता है।
  • 38.2%: यह एक महत्वपूर्ण स्तर है जो अक्सर मजबूत Support या Resistance के रूप में काम करता है।
  • 50%: हालांकि यह एक सच्ची फिबोनाची संख्या नहीं है, लेकिन इसका उपयोग व्यापक रूप से आधे Retracement को दर्शाने के लिए किया जाता है।
  • 61.8%: इसे “Golden Ratio” कहा जाता है, यह एक महत्वपूर्ण स्तर है जो अक्सर मजबूत Support या Resistance Zone के रूप में कार्य करता है।

अब आपको retracement समझ में आ गया, तो tool को chart पे कैसे लगाते हैं ये समझ गए। अब इसका practical implementation देखते हैं।

अब आपको chart पर different levels दिखने लगे होंगे। अगर market एक trend में है और आपको trade में enter करना है, तो आप अब wait करेंगे और market को Fibonacci levels के पास आने देंगे। और अगर market उन levels के पास को भी selling confirmation देता है, तब आप trade में enter कर सकते हैं।

अगर market starting के levels पर rejection नहीं लेता है, तो आपको wait करना है 0.5 और 0.6 levels का। इन levels को “Golden Pockets” भी कहा जाता है, जहां से market mostly rejection लेता है। और अगर यहाँ से भी market rejection ना ले, तो उसे हम trend reversal कहेंगे और आप उस trade में enter नहीं करेंगे।

When to use Fibonacci Retracement

Support और Resistance को Identify करने के लिए: Fibonacci retracement levels संभावित support और resistance areas को पहचानने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी stock की price 61.8% retracement level तक पहुंचती है और फिर reverse करती है, तो यह level एक strong support की तरह act कर सकता है।

Entry और Exit Points को Determine करने के लिए: Traders Fibonacci levels का उपयोग entry और exit points को determine करने के लिए करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर stock price 38.2% level तक पहुंचती है और reversing के signs दिखाती है, तो traders इसे entry point के रूप में consider कर सकते हैं।

Stop Loss और Targets सेट करने के लिए: Fibonacci levels का उपयोग stop loss और target points सेट करने के लिए भी किया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर आप 38.2% level पर position enter करते हैं, तो आप अपना target 50% या 61.8% level पर और stop loss 23.6% level पर सेट कर सकते हैं।

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Advantages and Limitations

Advantages:

  1. Ease of Use: Chart पर Fibonacci retracement levels plot करना और use करना straightforward है।
  2. Accurate Identification of Support and Resistance: ये levels effectively support और resistance areas को identify करते हैं।
  3. Versatility: इन्हें विभिन्न trading strategies और timeframes में use किया जा सकता है।

Limitations:

  1. False Signals: Fibonacci levels हमेशा accurate नहीं होते और कभी-कभी false signals दे सकते हैं।
  2. Need for Other Indicators: केवल Fibonacci retracement पर निर्भर रहना पर्याप्त नहीं है; इसे अन्य technical indicators के साथ use करना चाहिए।
  3. Subjectivity: Swing high और swing low points को identify करना trader पर निर्भर करता है, जिससे विभिन्न traders के बीच अलग-अलग results आ सकते हैं।

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Conclusion

आशा करता हूँ कि आपको यह blog post पसंद आएगा। अगर आपको अभी भी Fibonacci retracement से संबंधित कुछ भी doubt हो तो मैंने इस पर एक video भी बनाई है। आप उस video को ज़रूर देखें। मैं नीचे वह video add कर रहा हूँ।

I’m Sagar Naik, the content creator behind a dynamic trading channel, Wealth Secret Official, which aspires to reshape the landscape of investment education on YouTube. I have 4 years experience in Stock Market.

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